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किसी स्थान की भौगोलिक अवस्थिति एक महत्वपूर्ण तत्व है। जिसका प्रभाव उस क्षेत्र की न केवल जलवायु अपितु उस क्षेत्र के सम्पूर्ण विकास और वहां की गतिविधियों पर पड़ता है। जयुपर जिले की चौमूं तहसील राजस्थान के भौतिक विभाग पूर्वी मैदानी के उपार्द्र जलवायु खण्ड में स्थित है। यह स्थलाकृति सतही जलप्रवाह कम, समतल मैदान तथा भूमि मृदा के आवरण से युक्त है। चौमूं तहसील की समुद्र तल से औसत ऊॅचाई 250 से 350 मीटर है। चौमंू तहसील की अवस्थिति 270 09’ 0’’ से 270 10’ 38’’ उत्तरी अक्षांश के मध्य स्थित है। तथा 750 42’ 43’’ से 750 44’ 15’’ पूर्वी देशान्तर के मध्य स्थित चौमूं तहसील का कुल भौगोलिक क्षेत्रफल 683.61 वर्ग कि.मी. है, जिसमें मोरीजा, जैतपुरा, अनंतपुरा गाँव भी सम्मिलित है।
चौमूंँ तहसील राजस्थान के पूर्वी भाग में विस्तृत जयपुर जिले के उत्तर-पश्चिम में स्थित है। यह तहसील उत्तर में सीकर जिले के साथ जयपुर-सीकर जिलों की सीमा का निर्धारण करती है। सीकर जिले की श्रीमाधोपुर तहसील चौमूं तहसील के उत्तर में स्थित है। इस सीमा पर चौमूं तहसील के किश्नपुरा, सिरसा, नांगल-गोविन्द, खेजरोली आदि गाँव अवस्थित हैं। तहसील के उत्तर-पूर्व में जयपुर जिले की शाहपुरा तहसील स्थित है। तहसील के दक्षिण-पूर्वी भाग में आमेर तहसील स्थित है। इस सीमा पर तहसील के जाटावाली, चीथवाड़ी, अनन्तपुरा, जैतपुरा गाँव स्थित हैं। चौमूं तहसील के पश्चिम में जयपुर जिले की सांभर तहसील स्थित है।
किसी भी क्षेत्र के लिए जनसंख्या उसके जीवन के रक्त के रूप मंे होती है इसलिए जनसंख्या के अध्ययन के बिना क्षेत्र के किसी भी तत्व का अध्ययन सम्पूर्ण नहीं हो सकता। प्रस्तुत शोध प्रबंध के विश्लेषण में जनसंख्या का बहुत अधिक महत्व है। किसी क्षेत्र की जनसंख्या वृद्धि, जल संसाधन उपयोग के दबाव को प्रभावित करती है यहीं कारण है कि जनसंख्या वृद्धि के साथ-साथ चौमूंू तहसील के जल संसाधनों का दोहन भी तीव्र गति से बढ़ रहा है। जिसके परिणामस्वरूप क्षेत्र का जल संकट बढ़ रहा है।
किसी क्षेत्र की जनसंख्या वृद्धि दर उस क्षेत्र की आर्थिक प्रगति सामाजिक मान्यताओं, सांस्कृतिक पृष्ठभूमि आदि का प्रतिफल होती है। एक निश्चित समयावधि में किसी स्थान के निवासियों की संख्या में हुये परिवर्तन को जनसंख्या वृद्धि द्वारा व्यक्त किया जाता है। जनसंख्या वृद्धि को कुल जनसंख्या तथा प्रतिशत दोनांे के द्वारा व्यक्त किया जा सकता है। प्रतिशत मूल्य ज्ञात करने के लिये निरपेक्ष वृद्धि को विगत वर्ष की जनगणना से भाग देकर 100 से गुणा कर दिया जाता है तथा वास्तविक वृद्धि दर ज्ञात करने के लिये 10 का भाग देकर ज्ञात की जाती है।
Keywords:
भौतिक कारक आर्थिक कारक सामाजिक कारक
Cite Article:
"जयपुर जिले की चौमूं तहसील में जनांकिकी संरचना का बदलता स्वरूप", International Journal of Science & Engineering Development Research (www.ijrti.org), ISSN:2455-2631, Vol.7, Issue 10, page no.991 - 1000, October-2022, Available :http://www.ijrti.org/papers/IJRTI2210122.pdf
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000204989
ISSN:
2456-3315 | IMPACT FACTOR: 8.14 Calculated By Google Scholar| ESTD YEAR: 2016
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